वाह सरकार वाह?

वाह सरकार वाह




राज्य में सरकार का इकबाल कितना कायम है उसका आंकलन तो आम जनता रोज ही अपने इर्द गिर्द और समाज में घटित घटनाओं से कर लेते है, बाकी की कमी को टीवी और अखबार पूरी कर देते है। राज्य में पुलिस ने तो सभी सीमाएं लांघ रखी है। हालहि में जोधपुर न्यायालय में एक नाबालिक पीड़िता ने न्यायालय की रोक के बाद भी पुलिस पर परेशान करने और कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया है, वही दूसरी ओर जयपुर के चौमू में पुलिस ने राठौड़ी में एक गरीब ठेले वाले के बच्चों को थाने में बैठाकर नजराने में थाने में कूलर लगवाया है। ऐसी बहुत सी घटना राज्य में घटित होती है जो अखबारों की शुर्खियाँ बनती है। कई घटनाओ का तो पता ही नही चलता है जो गंभीर होती है।

सरकार का जनता के बीच इकबाल कितना कायम है, इस का ताजा उदाहरण पिछले दिनों करौली के हिण्डोन सिटी में देखने को मिला जब व्यापारी रामदेव अपने एक प्रोजेक्ट के भूमि पूजन के लिए करौली आये तो गंगापुर सिटी रेल लाइन के बंद निर्माण कार्य को पुनः चालू करवाने के लिए रेल विकास समिति करौली के पदाधिकारियों ने व्यापारी रामदेव को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। रामदेव ने केन्द्र सरकार और राज्य सरकार से वार्ता कर बंद कार्य को पुनः शुरू कराने का भरोसा दिलाया।

अब आप ही इस बात का निर्णय कीजिये कि राज्य में एक व्यापारी क्या कर सकता है और जनता में सरकार का कितना इकबाल है। जब बिना संवैधानिक पद के कोइ व्यापारी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन लेता है तो…?
जनता ये खूब समझती है कि जो व्यापारी अपने व्यापार के लिए एक झटके में करीब 200 बीघा जमीन सरकार से लीज पर आवंटन करवा सकता है तो हमारी समस्या का समाधान आसानी से करवा सकता है। लग रहा है कि सरकार भी इस व्यापारी के कंधे पर बंदुक रख 2018 के विधान सभा के चुनाव जीतने के मूंड में है। क्योकि करौली जिले के चारों विधान सभा सीटों में से सिर्फ एक सीट पर ही भाजपा काबीज है।  

Comments

Popular posts from this blog

कोविड—19 से सरकार को मिला 10 करोड़ राजस्व

दिल्ली में महज 12 दिन में 1,000 बिस्तर के अस्पताल का निर्माण

देश में कोविड—19 कहर के साथ, अब नौकरियों पर लगा ग्रहण