प्रदेश में वाहनो का ऑनलाइन होगा चालान
प्रदेश में वाहनो का ऑनलाइन होगा चालान
छोटा अखबार।
जैन के अनुसार विभाग वाहन 4 सॉफ्टवेयर में वाहन से जुड़ी सभी प्रकार की एंट्री के इंटीग्रेशन के लिए प्रयासरत है। इससे रजिस्टेशन नम्बर डालकर बटन दबाते ही उस वाहन की फिटनेस, परमिट, आरसी सरेण्डर, टेक्सेशन की जानकारी सामने आ जाएगी। इससे पता चल सकेगा कि उस वाहन का फिटनेस है या नहीं, उस पर टेक्स तो बकाया नहीं है, या परमिट के लिए रूट पर कितने फेरे अनुमत हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए सभी आरटीओ-डीटीओ को निर्देश दिए गए हैं कि उनके क्षेत्राधिकार के वाहनों की फिटनेस, परमिट, टेक्सेशन, आरसी सरेण्डर की अब तक की बैक लॉग एंट्री अभी भी ऑफलाइन जारी प्रक्रियाओं के डेटा की ऑनलाइन फीडिंग करवा लें।
एसबीआई उपलब्ध कराएगा 500 पोस मशीनें, ऑनलाइन होगा चालान
परिवहन आयुक्त बताया कि बॉर्डर चैक पोस्ट पर काटे जाने वाले चालान, या चालानों के कम्पाउण्डिंग की सम्पूर्ण प्रक्रिया को भी ऑनलाइन किया जा रहा है। इसके लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से बात हुई है जो करीब 500 पोस मशीनें परिवहन विभाग को उपलब्ध कराएगा। इसके जरिए ये चालान सीधे वाहन सॉफ्टवेयर में रिफ्लेक्ट हो जाएगा।
छोटा अखबार।
परिवहन आयुक्त रवि जैन ने बताया कि 1 जून को लॉकडाउन खुलने के बाद से ही परिवहन विभाग पूरी तरह सक्रिय हो गया है और जनता के परिवहन विभाग से जुडे़ काम सभी आरटीओ-डीटीओ ऑफिस और मुख्यालय पर प्रारम्भ हो गए हैं।जैन ने निर्देशित किया है कि लॉकडाउन के कारण रुके जनता के परिवहन विभाग से जुडे़ कामों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए एवं उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है, इसलिए सभी कार्याें के सम्पादन के दौरान स्वयं एवं लोगों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए। विभाग के कार्यालयाें में मास्क, सेनेटाइजर एवं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी पूर्ववत जारी रहे। पहले वाहन चालक लाइसेंस टुकड़ों में एवं कम संख्या में बन रहे थे, लेकिन गुरूवार से विभाग में अब पूर्ववत ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाने प्रारम्भ कर दिए गए हैंं। अब जो भी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करेगा, उसे टाइम स्लॉट देकर लनिर्ंग एवं स्थायी लाइसेंस बनाए जा रहे हैं।
जैन के अनुसार विभाग वाहन 4 सॉफ्टवेयर में वाहन से जुड़ी सभी प्रकार की एंट्री के इंटीग्रेशन के लिए प्रयासरत है। इससे रजिस्टेशन नम्बर डालकर बटन दबाते ही उस वाहन की फिटनेस, परमिट, आरसी सरेण्डर, टेक्सेशन की जानकारी सामने आ जाएगी। इससे पता चल सकेगा कि उस वाहन का फिटनेस है या नहीं, उस पर टेक्स तो बकाया नहीं है, या परमिट के लिए रूट पर कितने फेरे अनुमत हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए सभी आरटीओ-डीटीओ को निर्देश दिए गए हैं कि उनके क्षेत्राधिकार के वाहनों की फिटनेस, परमिट, टेक्सेशन, आरसी सरेण्डर की अब तक की बैक लॉग एंट्री अभी भी ऑफलाइन जारी प्रक्रियाओं के डेटा की ऑनलाइन फीडिंग करवा लें।
एसबीआई उपलब्ध कराएगा 500 पोस मशीनें, ऑनलाइन होगा चालान
परिवहन आयुक्त बताया कि बॉर्डर चैक पोस्ट पर काटे जाने वाले चालान, या चालानों के कम्पाउण्डिंग की सम्पूर्ण प्रक्रिया को भी ऑनलाइन किया जा रहा है। इसके लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से बात हुई है जो करीब 500 पोस मशीनें परिवहन विभाग को उपलब्ध कराएगा। इसके जरिए ये चालान सीधे वाहन सॉफ्टवेयर में रिफ्लेक्ट हो जाएगा।
Comments
Post a Comment